औस्कर…..बस कर…

आज औस्कर अवार्ड समारोह देखा, थोडा ही देखा पर देखा, अच्छा लगा, फिर ट्विट किया, पढा, तो पाया भारत के लोगो को ज्यादा चिंता किसी भारतीय फिल्म के औस्कर में न पहुंचने से ज्यादा लियोनार्डो डी कैपरिओ को औस्कर न मिलने से था ।

खैर बहुत से फिल्मकार इस बात से भी चिंतित थे की इस बार कोई भारतीय फिल्म क्यों नहीं पहुंची ।”एक फिल्म The Good Road वो भी साली छंट गई”

अमा यार एक बात बताओ तुम लोगे शाहरुख सलमान को और बनाओगे दबंग और चैन्नई एक्सप्रेस तो जंता झांट उम्मीद करेगी औस्कर पाने का।  साल में एक आद कोई अच्छी फिलम बना देते हो जैसे लंचबाक्स फिर उसपे भी अकड चोदते हो की उसे आस्कर में कांहें नहीं भेजा गया तो भैय्या ऐसा तो न चलेगा

पर गलती का पुरा जिम्मा सनिमा बनाने वालों पर भी डालना पाप होगा, माना की भारत में पबलिक स्मार्ट होते जा रही है पर साली पापकार्न आडियंस तो बहनचोद शाहरुख सलमान के लिए ही फिल्म देखने जाती है और ये लोग भी खाली इद-होली-दशहरा-दिवाली पर नजर आते हैं ।

हम टेक्नोलाजी में विकास तो कर रहें हैं पर फिल्म की कहानी, उसके अभिनेता, उसके बाकी की वास्तविक्ता पर ज्यादा ध्यान न देकर खाली आईटम सांग, यो यो हन्नी सिंग, सनी लियोन लौडा लसन पर ज्यादा समय बिता रहे हैं क्योंकि बहनचोद सबको अपनी जेबे भरने से मतलब हो चुका है ।

अगर किसी मामुली व्यक्ति से पुछ लो कि पिछले साल कौन सी अच्छी फिल्म थी तो गांरटी भोसडी के जय हो या कोई और गांडु फिलम का नाम गिनाऐंगे और गाना पुछ लो तो हन्नी सिंग का…ये तो हाल है हमारी आडियंस का, फिर हम कैसे उम्मीद करें की सिनेमा बनाने वाले हमे कोई नया चीज या नई कहानी बया करें पर्दे पर ।

भारत में पिछले एक दशक से सनिमा का स्तर बहुत ही गिरा है, न गाने न बहनचोद एक्टर्स ढंग के आ रहें हैं, कुछ नए लोग आऐं भी हैं तो वो अपनी जगह झोला छाप आडियंस के बीच नहीं बना पाऐं हैं, उपर से सब मादरचोद स्टार लोग अपने खानदान को ठुंसे पडे हैं ।

साला हमें क्रांति चाहिए हिंदी सनिमा में, इन भोसडीवालों को अब और राज नहीं करने देना चाहिए, जागो सालों सालों…

7 Comments

  1. अगर हम होलीवूड की कोई भी फिल्म देखे तो वो नॉवेल या फिर किसी वीर योद्धा ! देवी देवता पर बनी होती है ! सभी फिल्मे ओरिजनल होती है जब बॉलीवूड की हर फिल्म कॉपी और एक ही स्टोरी वाली फिल्म होती है ! वही लव स्टोरी वही ड्रामा ! साइंस फिंकसन फिल्मों के बारे में तो बॉलीवूड वालों को पता भी नहीं है!
    जब की होलीवूड वाले अपने देश की इमेज इतनी अच्छी बनाते है की दुनिया के सभी देश के लोगो का माइंडवोस हो गया है और वो अमेरिका से प्यार करता है !

    होलीवूड वाले अपने देश को महान बताते है और बॉलीवूड वाले अपनी फिल्मों में अपने देश को दिखाते ही नहीं है!

      1. hahahha बात तो सही है भाई आपकी पर!
        बॉलीवूड पैसे के लिए कुछ भी दिखा सकते है पर होलीवूड वाले मेसेज भेजते है ! अपनी फिल्मों में अमेरिका को हमेशा ऊपर दिखाते है !
        होलीवूड की फिल्म अवतार ने 2.5 बिलीओन अमेरिकन डॉलर कमाए थे जो की सोनिया गांधी की कमाई से भी ज्यादा थे ! मेरे सहर में अभी भी अवतार चल रही है! फिल्मों से बहोत कुछ किया जा सकता है अमेरिका इसका उदाहरण है और नरेंद्र मोदी की एक स्पीच भी है फिल्म इंडस्ट्री पर इसीलिए उन्होने गुजरात का ब्रांड अम्बेसेडर भी बनाया है बच्चन साहब को !

      2. भाई जब तक ये स्टार सन्स रहेंगे फिल्म में तब तक खाली पबलिक चुतियापा और देस बदनामी ही कमा सकती है

टिप्पणी करे